कांकेर: 2 दिन का ट्रैवल ब्लॉग प्लान
कांकेर, अपने हरे-भरे जंगलों, झरनों और ऐतिहासिक महत्व के साथ, एक दिलचस्प जगह है। यहाँ एक सुरक्षित और यादगार 2-दिवसीय यात्रा का प्लान दिया गया है:
यात्रा से पहले की तैयारी और सुरक्षा टिप्स
सुरक्षा अपडेट्स: कांकेर एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यात्रा से पहले, स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन (kanker.gov.in) की वेबसाइट से नवीनतम सुरक्षा सलाह ज़रूर जाँच लें। स्थानीय लोगों से बात करें और उनकी सलाह मानें।
मौसम: अभी जून का महीना है और IMD ने कांकेर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि बारिश और तूफान की संभावना है। यात्रा से पहले मौसम का पूर्वानुमान (weather forecast) ज़रूर देखें और उसके अनुसार पैकिंग करें। बारिश के मौसम में झरने और नदियाँ उफान पर हो सकती हैं, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतें।
रात की यात्रा से बचें: ग्रामीण और जंगली इलाकों में रात में यात्रा करने से बचें।
गाइड: यदि संभव हो, तो स्थानीय गाइड या जानकार व्यक्ति को साथ ले जाएँ।
पहला दिन: प्रकृति और इतिहास का संगम
सुबह (Morning): कांकेर महल और गडिया पर्वत
पहुँच: कांकेर शहर पहुँचें और अपने होटल में चेक-इन करें।
कांकेर महल (Kanker Palace): सुबह की शुरुआत कांकेर महल से करें। यह महल राजपूत और यूरोपीय स्थापत्य शैली का एक सुंदर मिश्रण है और कांकेर के शाही परिवार का निवास स्थान रहा है। आप यहाँ की वास्तुकला और इतिहास को जान सकते हैं।
गडिया पर्वत (Gadiya Pahar): महल से थोड़ी दूर, गडिया पर्वत जाएँ। यह कांकेर का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल है। इसके ऊपर से कांकेर शहर का शानदार नज़ारा दिखाई देता है। यहाँ कुछ गुफाएँ और प्राचीन मंदिर भी हैं।
दोपहर (Afternoon): मलांजकुडुम झरना
मलांजकुडुम झरना (Malanjkudum Waterfalls): दोपहर में कांकेर से लगभग 15 किमी दूर स्थित मलांजकुडुम झरना जाएँ। यह एक शांत और सुंदर जगह है, जो हरे-भरे परिवेश से घिरी हुई है। यहाँ आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं और तस्वीरें ले सकते हैं। बारिश के मौसम में झरना और भी खूबसूरत दिखता है, लेकिन फिसलन का ध्यान रखें।
शाम (Evening): स्थानीय बाजार और भोजन
कांकेर शहर के स्थानीय बाजार में घूमें। आप यहाँ छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कलाकृतियाँ या हस्तशिल्प (handicrafts) देख सकते हैं।
रात के खाने के लिए स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लें।
दूसरा दिन: शांति और जनजातीय संस्कृति
सुबह (Morning): चर्रे-मर्रे झरना
चर्रे-मर्रे झरना (Charre-Marre Waterfalls): सुबह जल्दी निकलकर कांकेर से थोड़ी दूरी पर स्थित चर्रे-मर्रे झरना जाएँ। यह झरना घने जंगलों के बीच छिपा हुआ है और अपनी शांत सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहाँ पहुँचने का रास्ता थोड़ा कच्चा हो सकता है, लेकिन प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक शानदार जगह है।
ध्यान दें: इस झरने तक पहुँचने के लिए कुछ स्थानीय जानकारी या किसी स्थानीय वाहन की आवश्यकता हो सकती है। सुरक्षा संबंधी जानकारी पहले से जुटा लें।
दोपहर (Afternoon): शिवानी मंदिर या स्थानीय जनजातीय गाँव (यदि संभव हो)
शिवानी मंदिर (Shivani Temple): झरने से लौटने के बाद, आप कांकेर के शिवानी मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
जनजातीय गाँव (Tribal Village - यदि सुरक्षित और संभव हो): यदि समय और सुरक्षा की अनुमति हो, तो किसी आस-पास के जनजातीय गाँव का भ्रमण करें। इससे आपको स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली को समझने का मौका मिलेगा। यह भाग केवल तभी प्लान करें जब आपको स्थानीय प्रशासन और लोगों से पूरी सुरक्षा की पुष्टि मिले। किसी भी संदिग्ध या असुरक्षित स्थिति में ऐसा करने से बचें।
शाम (Evening): वापसी की तैयारी
कांकेर शहर वापस आकर, अपने सामान की पैकिंग करें और अपनी आगे की यात्रा के लिए तैयार हो जाएँ।
अतिरिक्त टिप्स
स्थानीय लोगों से संवाद: कांकेर के लोग सरल और मेहमाननवाज होते हैं। उनसे बातचीत करने से आपको क्षेत्र और संस्कृति को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
पर्यावरण का सम्मान: प्रकृति की सुंदरता बनाए रखने के लिए कचरा न फैलाएँ।
नेटवर्क कनेक्टिविटी: कुछ ग्रामीण इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या हो सकती है, इसलिए पहले से तैयारी कर लें।
यह प्लान आपको कांकेर के मुख्य आकर्षणों को देखने में मदद करेगा। याद रखें, अपनी सुरक्षा को हमेशा प्राथमिकता दें और यात्रा शुरू करने से पहले नवीनतम जानकारी ज़रूर जुटा लें।
happy travel
Thank you
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